ऊर्जा :- कार्य करने
की क्षमता को कहते है। ऊर्जा
का मात्रक जूल, कैलोरी, किलो कैलोरी, किलोवाट घंटा आदि होते हैं।
ऊर्जा संरक्षण का नियम:- इस नियम के
अनुसार न तो ऊर्जा का नष्ट किया जाता है और नाही उत्त्पन्न किया जा सकता है
बल्कि उसका रूप परिवर्तित किया जा सकता है।
जैसे - 1. डयनेमो
- यांत्रिक ऊर्जा का विधुत ऊर्जा
में परिवर्तित करता है।
2. विघुत मोटर - विधुत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित
करना
3. लाउडस्पीकर –
विधुत ऊर्जा को ध्वनि ऊर्जा में परिवर्तित करना
4. माइक्रोफॉन – ध्वनि
ऊर्जा को विधुत ऊर्जा में परिवर्तित करना
5. कोयले का दहल – रासायनिक ऊर्जा को प्रकाश विधुत ऊर्जा
में परिवर्तित करना
6. गिटार-
यांत्रिक ऊर्जा को ध्वनि ऊर्जा में परिवर्तित करना
7. डीजल/पैट्रोल –
उष्मीय ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करना
8. विधुत सैल - रायायनिक ऊर्जा को विधुत/प्रकाश ऊर्जा में
परिवर्तित करना
9. सोलर सैल – सौर
ऊर्जा को विधुत/प्रकाश ऊर्जा में परिवर्तित करना
10. विधुत घंटी –
विधुत ऊर्जा को ध्वनि ऊर्जा में परिवर्तित करना
►गतिज ऊर्जा – वह ऊर्जा जो अपनी विशेष गति के कारण
ऊत्पन्न होती है। उसे गतिज ऊर्जा कहते हैं।
गतिज ऊर्जा = ½ दृव्यमानxवेग2
यदि दृव्यमान दो गुना किया
जाए तो गतिज ऊर्जा 4 गुना बड़ जाती है वेग आधा करने पपर गतिज ऊर्जा ¼ गुना हो जाती
है।

0 टिप्पणियाँ