मध्य प्रदेश मे राष्ट्रीय उद्यान
वर्तमान मध्य प्रदेश में 10 राष्ट्रीय उघान हैं लेकिन छत्तीसगढ के प्रथक्करण होने के समय राष्ट्रीय उघानों की संख्या 9 थी। प्रदेश में लगभग 60 प्रतिशत (10.99 हजार वर्ग किमी.) क्षेत्रफल वन्य प्राणी राष्ट्रीय उघान एवं अभ्यारण्यों के अन्तर्गत आता है। जिसमें से 9.12 हजार वर्ग किमी. वन क्षेत्र है।
टाइगर प्रोजेक्ट :- म.प्र. में कुल (भारत सरकार के अनुसार) 7 टागर प्रोजेक्ट है, जिसमें से 1 अभ्यारण्य तथा 6 राष्ट्रीय उघान मध्य प्रदेश के वन विभाग के अनुसार 5 राष्ट्रीय उघान तथा 1 अभ्यारण्य में टाइगर प्राजेक्ट है।
टाइगर प्रोजेक्ट के अन्तर्गत लाए गए उद्यान एवं अभ्यारण्य
कान्हा राष्ट्रीय राष्ट्रीय उघान :- यह राष्ट्रीय उघान सबसे बड़ा और सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। जिसका क्षेत्रफल 940 वर्ग कि.मी. है। कान्हा राष्ट्रीय उघान 1933 में अभ्यारण बना और इसे 1955 में कान्हा राज्य का पहला राष्ट्रीय उद्यान बना गया। इसमें कृष्ण मृग और ब्रेडरी प्रजाति का बारहसिंगा पाया जाता है। टाइगर प्रोजेक्ट के अन्तर्गत ‘पार्क इण्टरप्रिटेशन’ योजना इसमें 1974 में यहाँ से लागू है। हालो घाटी(बालाघाट) और बंजर घाटी(मण्डला) दोनों ही कान्हा नेशनल पार्क में स्थित है। इसका अधिकारिक शुभंकर भूरसिंह नामक बारहसिंघ को बनाया गया है यह भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान है जिसने शुभंकर को अपनाया है।
बांधवगढ़ :- इसका विस्तार उमरिया और कटनी के मध्य है। यह म.प्र. का दूसरा उद्यान और टाइगर प्रोजेक्ट है। जो शहडोल जिले में 32 पहाडि़यों से घिरा है। यह देश का सर्वाधिक बाघ धनत्व वाला उघान है।
पेंच राष्ट्रीय उघान :- इसका विस्तार सिवनी और छिन्दवाडा के मध्य है। पेच राष्ट्रीय उघान को विश्व बैंक के साथ अभ्यारण संरक्षण परियोजना में शामिल किया गया है। इसे मोगली लैण्ड के रूप में विकसित किया जा रहा है।
पन्ना राष्ट्रीय उघान :- इसका विस्तार पन्ना और छतरपुर के मध्य है । यहाँ पर प्रदेश के एक मात्र रेप्टाइल पार्क की स्थापना की गई है।
संजय गांधी राष्ट्रीय उघान:- इसका विस्तार सीधी जिले में है। भारत सरकार के तथ्यों अनुसार इसे भी टागर प्रोजेक्ट बनाया जायेगा।
सतपुड़ा :- सतपुड़ा का विस्तार होशंगाबाद जिले में है। इसको भी टाइगा प्रोजेक्ट के अंतर्गत लाया गया है।
राता पानी टाइगर प्रोजेक्ट :- इसका विस्तार रातापानी जिले में है। इसे 2012 में बनाया गया।
राष्ट्रीय उघान | जिला | स्थापना | क्षेत्रफल (वर्ग किमी.) | मुख्य प्राणी |
कान्हा | मण्डला-बालाघाट (सबसे बड़ा) | 1955 | 940 | बाघ,तेन्दुआ,चीतल, सांभर |
बांधवगढ़ | उमरिया-कटनी | 1968 | 437 | बाघ,तेन्दुआ,चीतल, सांभर |
माधव | शिवपुरी | 1958 | 337 | तेन्दुआ,चीतल, सांभर |
पन्ना | पन्ना- छतरपुर | 1981 | 543 | बाघ, गौर, तेन्दुआ,चीतल, सांभर |
संजय | सीधी | 838 | बाघ,तेन्दुआ,चीतल | |
पेंच | सिवनी,छिन्दवाड़ा | 1999 | 293 | बाघ, तेन्दुआ,चीतल, संभार,गौर |
सतपुड़ा | होशंगाबाद | 1981 | 524 | बाघ, संभार, तेन्दुआ,चीतल, |
जीवाश्म | डिण्डोरी | 227 | वनस्पति, जीवाश्म | |
डायनासोर | धार | 2011 | 108 | डायनासोर जीवाश्म मे अधिसूचित |
वन विहार | भोपाल (सबसे छोटा) | प्रदेश के सभी वन्य प्राणी |

0 टिप्पणियाँ